देवबंद के गोली बाज़ प्रशासन के झांसे से पीड़ित कहां आखिर कहां जाएं

देवबंद के गोली बाज़ प्रशासन के झांसे से पीड़ित कहां आखिर कहां जाएं

  • बीते एक वर्ष से पीड़ित एसएसपी ऑफ़िस देवबंद सीओ दफ़्तर सहित थाना देवबंद और कई चौकियों के प्रभारियों के चक्कर काट रहा है तो किस लिए गोली बाज़ प्रशासन की कमर थपथपा रहे हैं चिंटू
  • भारतिय दंड संहिता 1860 की धारा 420 और 406 के आरोपीयों पर देवबन्द पुलिस प्रशासन की मेहरबानियों लिस्ट काफ़ी लंबी है 
  • दो बार रेल चोकी और एक बार गोपाली पुलिस चोकी पर लाकर दरोगा जी आरोपी को छोड़ देते हैं आखिर ये रिश्ता क्या कहलाता है

देवबंद। विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने का ये मामला ना तो पहला है और ना आखिरी लेकिन इस लेख मे हम आपको ये बताएंगे कि ठगी के शिकार पीड़ितों को न्याय दिलाने के पुलिस प्रशासन कितनी जी तोड़ मेहनत कर रहा है इसकी एक झलक आपके सामने लाई जाए घटनाक्रम बीते एक साल से ज्यादा से चल रहा है तो दो लाइन मे समेटना भी आसान नही है इस लिए आपको पूरा घटनाक्रम किस्तों मे प्रकाशित किया जाएगा। 

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घटनाक्रम बीते वर्ष माह जून का है जिसमें ठगी का शिकार पीड़ित देवबंद सीओ कार्यालय पर एक शिकायती पत्र देता है और अपने साथ विदेश भेजने के नाम पर हुए एक लाख रुपये की ठगी और पासपोर्ट ज़ब्ती की शिकायत देवबंद सीओ के समक्ष प्रस्तुत करता है जिस पर संज्ञान लेते हुए आरोपी सूफियान को सीओ दफ़्तर बुलाया जाता है और पूरा मामला सुना जाता है जिस के बाद आरोपी सूफियान पेसे और पासपोर्ट लौटाने के लिए समय की मांग करने लगता है और 06/08/2024 को पीड़ित के पेसे और पासपोर्ट लोटा देगा लिखित मे देकर सीओ दफ़्तर से निकल जाता है लेकिन समय बीत जाने के बाद जब पीड़ित आरोपियों को सम्पर्क करता है तो सूफियान से कोई सम्पर्क नही हो पाता है और ना पीड़ित के पेसे और पासपोर्ट मिल पाते हैं जिसके बाद पीड़ित वापस पुलिस प्रशासन के पास जाता है और पूरे घटनाक्रम की जानकारी देता है जिस पर पीड़ित को देवबंद पुलिस प्रशासन एसएसपी सहारनपुर को शिकायत करने की गोली देकर ट्रिका देता है। 

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देवबंद पुलिस प्रशासन ने किस किस प्रकार की गोलियां पीड़ित को दी हैं उस पर आने से पहले आपका ये जानना अवश्यक है कि पीड़ित ने देवबंद पुलिस क्षेत्राधिकारी को शिकायती पत्र मे क्या लिख कर दिया था पीड़ित ने शिकायती पत्र देकर जानकारी दी कि प्रार्थी व्यक्तिगत नौकरी कर सीधा साधा जीवन यापन कर रहा है। महोदय 10 जून 2024 की रात्रि मेरे मोबाइल पर मौ0 सुफियान पुत्र अरशद निवासी निकट सुभाष चौक, रेलवे रोड़, देवबन्द ने प्रार्थी के मोबाइल पर बात की और कहने लगा कि मेरे पास सऊदी अरब मदीना शहर के बिकरी हेतु पाँच वर्किंग वीजा हैं जिनमें फ्रॉड होने का कोई अंदेशा नहीं है विपक्षी की उक्त बातों को सुनकर प्रार्थी ने अपने छोटे भाई के लिये कॉफी शॉप वाली वर्क वीजा खरीदना के लिए सभी जानकरी मांगी जो सूफियान ने उपलब्ध करायी।

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प्रार्थी को इस का वीजा का पूर्ण खर्चा 1,40,000/- (एक लाख चालिस हजार) रूपयों का बताया गारण्टी से काम करने एवं रूपयों का फरोड न होने का पूर्ण आश्वासन दिया जिसका प्रमाण प्रार्थी के पास है मगर आज तक ना तो प्रार्थी के पेसे और ना पासपोर्ट प्रार्थी को मिल सके हैं प्रार्थना पत्र मे आगे बताया गया है कि जब विपक्षी फरमान के बारे में जब मैंने सुफियान से उसके निवास स्थान की जानकारी मांगी तो सुफियान ने कहा कि उसको उसके घर की कोई जानकरी नहीं है और कहा कि सांपला रोड़ ,मजनू वाला रोड़ के आस-पास कहीं रहता है जिसकी हमने तलाश भी की सुफियान की बताई हुई सभी गलीयों मे फरमान को तलाश किया मगर फरमान देवबंद मे कहीं प्रार्थी को नहीं मिल सका तो सुफियान के कहने और बताने पर प्रार्थी दिनांक 22/07/2024 को फरमान के बहनाई मौ0 कादिर निवासी गांव नसरूल्लापुर एवं विपक्षी फरमान के दो भाईयों से सूफियान ने मिलवाया मगर उन्होंने भी फरमान के निवास स्थान की कोई जानकारी प्रार्थी को नहीं दी तथा दुबारा वहां आने पर उल्टा झुठे मुकदमे मे फंसा कर जैल भेजने की धमकी दी एवं गंदी गंदी गालियां देकर प्रार्थी को वहाँ दुबारा आने पर जान से मारने की धमकी दी है मगर विपक्षी फरमान का कोई पता व कोई अन्य जानकारी नहीं दी। शेष क्रमशः 

रिपोर्ट - दीन रज़ा

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