अतिक्रमण ही नही ख़ानक़ाह पुलिस चौकी क्षेत्र मे लाखों रूपय का जुआ सट्टा भी होता है

अतिक्रमण ही नही ख़ानक़ाह पुलिस चौकी क्षेत्र मे लाखों रूपय का जुआ सट्टा भी होता है

  • चौकी क्षेत्र मे लोगों की जमीनों पर भु-माफियाओं को धना-धन मिल रहे कब्जे
  • विवादित ज़मीनों पर रातों रात ख़ुद खड़े होकर निर्माण करा रहे हैं दारोगा जी 
  • ख़ानक़ाह चौकी के चौक पर बैरिकेडिंग करने के लिए क्या प्रशासन के पास कांस्टेबलों हैड कांस्टेबलों की पर्याप्त संख्या नही है? 

देवबंद। अतिक्रमण का गढ़ कहे जाने वाले ख़ानक़ाह चौकी क्षेत्र मे सिर्फ़ सड़कों पर ही अतिक्रमण नही हो रहा है दारुल उलूम रोड़ पर तो दीवारों तक पर विज्ञापनों की भरमार से दीवारें भी अतिक्रमण की चपेट मे हैं लेकिन पूर्व मे अतिक्रमण की ख़बर के प्रकाशन के अगले दिन चोकी इंचार्ज सहाब अतिक्रमण हटाने के लिए निकले थे मगर हुआ कुछ भी नही।

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वही सोचने वाली बात य़ह भी की जुमे की नमाज के लिए अगर सेंकड़ों की संख्या मे प्रशासन पुलिस बल दारूल रोड पर लगा सकता है तो फिर ख़ानक़ाह पुलिस चौकी के सामने ही चौक मे बैरिकेडिंग कर जाम की समस्या को कंट्रोल करने के लिए प्रभारी निरीक्षक महोदय कौनसे कंट्रोल रूम से आदेश होने का इन्तेज़ार कर रहे हैं क्षेत्र मे चर्चा है कि इंचार्ज महोदय अधिवक्ताओं को भी कानून अच्छे से समझा देते हैं।

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मगर ये बात और है कि अतिक्रमणकारियों को निरीक्षक महोदय क़ानून का पाठ पढ़ाने मे नाकाम रहे हैं एक भी अतिक्रमणकारी अपनी जगह से बाल बराबर भी इधर उधर नही हुआ है इसके अलावा ख़ानक़ाह पुलिस चौकी क्षेत्र मे जुआरियों और सटोरियों को भी पूरा सम्मान मिल रहा है प्रती दिन लाखों रूपय का जुआ सट्टा खेला जा रहा है जिसकी भनक तक ख़ानक़ाह पुलिस चौकी के किसी भी मुखबिर को नहीं लगती है। 

अतिक्रमण का गढ़ है खानकाह पुलिस चोकी क्षेत्र

वहीँ बात करें विवादित जमीनों को तो अवैध कब्जा कराने के लिए ख़ानक़ाह पुलिस चौकी क्षेत्र सबसे ज़्यादा सुविधाओं वाला क्षेत्र बन चुका है भू-माफिया बड़ी आसानी से लोगों की जमीनों पर क़ब्ज़ा कर रहे हैं जब तक पीड़ित आला अधिकारियों से गुहार लगाते हैं तब तक मोकै पर निर्माण पूर्ण हो जाता है फ़र्जी काग़ज़ बनवा कर भू-माफिया लगातार आम लोगों की ज़मीने हड़प का काम कर रहे हैं। शेष क्रमशः

रिपोर्ट - दीन रज़ा

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