मृतक पत्रकार के परिवार को 5 करोड़ की अर्थिक सहयता दे उत्तर प्रदेश सरकार

मृतक पत्रकार के परिवार को 5 करोड़ की अर्थिक सहयता दे उत्तर प्रदेश सरकार

  • उत्तर प्रदेश के सीतापुर में घात लगाकर एक पत्रकार पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई है 
  • घटना की जांच की जा रही है और हमलावरों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। एएसपी
  • पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने कई राउंड फायरिंग की और पत्रकार को तीन गोलियां मारी गईं हैं 

उत्तर प्रदेश। सीतापुर में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर ही हमला हो गया. पत्रकार जनता तक तमाम तरह की खबरें पहुंचाते हैं लेकिन पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर आए दिन सवाल उठते रहते हैं मगर निष्पक्ष पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सरकारें संवेदनशील नज़र नही आती हैं इसकी का नतीज़ा है कि सीतापुर में एक पत्रकार की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। 

आवारा कुत्तों से निजात दिलाने वाले ज्ञापन का क्या हुआ ?

घटना लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग की है प्राप्त जानकारी के मुताबिक पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई बाइक से महोली से सीतापुर आ रहे थे वहीं ओवरब्रिज के पास घात लगाए हमलावर अचानक से उनकी बाइक के सामने आ गए और उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी इसके बाद राघवेंद्र बाजपेई सड़क पर गिर गए सड़क पर गिरते ही हमलावरो ने उन पर कई राउंड फायरिंग की और मौके से फरार हो गए ।

बी.आर.सी.गुनारसा पर "हमारा आंगन-हमारे बच्चे जन जागृति" उत्सव का आयोजन

गोलियों की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना पुलिस को दी इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने तुरंत उन्हें जिला अस्पताल भिजवाया पुलिस ने घायल राघवेंद्र को जिला अस्पताल पहुंचाया लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने इलाज से पहले ही राघवेंद्र को मृत घोषित कर दिया।

बसपा के पूर्व सांसद फजलुर्रहमान के परिवार की संपत्ति की ई-नीलामी के लिए 25 मार्च की तारीख तय

पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है हमलावरों की तलाश तेज कर दी है हालांकि अभी तक हत्या के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है राघवेंद्र की हत्यारों का सुराग लगाने के लिए टीमों का गठन किया गया है बताते चलें कि पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई महोली के रहने वाले थे हमलावारों ने उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग पर इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र में गोली मारी है। 

8 दिन से अधिक बीत जाने के बाद भी नाले से निकले गए मल-मूत्र को उठाने का समय नही मिला

इस घटना से एक तरफ जहां पूरे इलाके में दहशत है वहीं यह भी सवाल उठ रहे हैं कि जनता की आवाज उठाने वाले और जनता के मुद्दों को सुर्खियां बनाने वाले पत्रकार भी उत्तर प्रदेश में सुरक्षित नहीं है।

रिपोर्ट - दीन रज़ा







Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

और नया पुराने