नाम के पत्थर ही लगाए जा रहे हैं या विकास भी हो रहा है..?
- देवबंद नगर मे शिलान्यास ही होंगे या विकास भी होगा..?
- देवबंद नगर मे वाल्मीकि बस्ती मे बीते सालों से ख़ुदकुशी के गड्ढे का विकास नहीं हो सका है
देवबंद। नगर पालिका देवबंद के विकास के खोखले दावे खोखले साबित हो रहे हैं सड़कों के गड्ढों को भरकर नगर देवबंद को गड्ढा मुक्त करने का असफल प्रयास भी थम गया है।
नगर की वाल्मीकि बस्ती मे नाले पर ख़ुदकुशी के गड्ढे से निजात कब मिलेगी ये तो आने वाले समय में ही पता चल सकेगा HAV इंटर कॉलेज के करीब तिराहे पर ये गड्ढा बीते लंबे समय से इसी ख़स्ता हालत मे है जिसके कारण हर समय दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
मगर समस्याओं पर चर्चा करना या समस्याओं के समाधान के लिए कितना काम हुआ है वो आपके सामने है गड्ढे के ठीक सामने बड़ा सा शिलान्यास का पत्थर लगा दिया गया है मग़र सड़क कब तक बनकर तय्यार हो जाएगी इसकी कोई तारीख शिलान्यास के पत्थरों पर नहीं लिखी जाती है।
इस गड्ढे से होने वाली अनेकों घटनाओं के बारे में आसपास के लोगों ने जो जानकारी दी उसमे सबसे ज्यादा दुःखद एक बच्चे की मोत इस गड्ढे मे गिर कर हो जाना है लोगों ने बताया कि बच्चे अक्सर इस गड्ढे मे गिर कर चोटिल भी होते रहते हैं अनेकों छात्र छात्राएं यहां दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं।
रिपोर्ट - दीन रजा / इमरान शेख