क्या अवैध नशा तस्करों के विरूद्ध कारवाई मुमकिन है ?
- नए साल के आगमन पर 8PM से विचार विमर्श कार्यक्रमों आयोजन करने वाले क्या देवबंद को नशा मुक्त करा सकते हैं ?
- क्यूं समेक तस्करों का जाल लगातार विस्तार कर रहा है।
देवबंद। आप सभी देवबंद वासियों को हमारे द्वारा पूर्व मे प्रकाशित अवैध नशा तस्करों की खबरों पर प्रशासन ने पल्ला झाड़ कारवाई ज़रूर की है मगर क्षेत्र मे निरंतर अवैध सूखे नशे के काले कारोबार जन्म ले रहे हैं देवबंद नगर के अधिकतर चौकों पर कोई ना कोई नशा तस्कर घूमता दिख जाता है बस मुखबिरों की नजरें ईन पर नही पड़ती हैं।
इस विषय पर आज इस लिए बात कर रहे हैं कि क्षेत्र मे फिर से अवैध नशा तस्करों के आंतक से जनता के बीच आक्रोश बढ़ता जा रहा जिसका नतीज़ा मीडिया को कोई जनहित से जुड़ी समस्या पर बात करने को जनता ने मजबूर कर दिया है इसके लिए देवबंद नगर वासी बधाई के पात्र हैं वहाँ बड़ा सवाल यह है कि क्या आपने खुद के विचार विमर्श कार्यक्रम 8PM से शुरू करने वाले पत्रकार देवबंद को नशा मुक्ती दिला सकते हैं तो आपको जानना चाहिए कि ये इतना आसान तो नहीं है।
बीते नवंबर और दिसंबर मे हमारी और से प्रकाशित ख़बर आपको याद ही होगी कि किस प्रकार बै-रोजगार युवाओ से नशा तस्करी करायी जा रही है जिसके बाद चोकी इंचार्ज सहाब नशा तस्करों को पकड़ने के बजाय ख़बर लिखने वाले पत्रकार को तलाश कर रहे थे वो मंजर भी आपको याद ही होगा जब एक जनप्रतिनिधी ने लेन-देन करा कर चोकी से ही नशा तस्करों को छुड़वा दिया था जिसका नतीज़ा आज शहर मे अधिकतर जगहों पर आसानी से सूखा अवैध नशा मिल रहा है।
ख़बरों के प्रकाशन मे जिस शहंशाह गैंग बात हमने की वो आज भी धड़ल्ले से अवैध नशे का काला कारोबार पूरी शानो शौकत के साथ कर रहा है वही पिलर नंबर 38 के सिद्दीकी सहाब तो खुलेआम सांठगांठ होने की बात करते हैं तो केसे अवैध नशा तस्करों का राज ख़त्म किया जा सकता है इसके इत्र भी मंगलौर चौकी क्षेत्र हो या लाल मस्जिद वाले स्मेक डीलर या फिर नौ गाजे पर बसा समेक तस्करों का बादशाह निरंतर क्षेत्र के युवाओं को समेक परोस रहे हैं देवबंद का कोई सा चोकी क्षेत्र ईन नशा तस्करों से खाली नही है।
रिपोर्ट - दीन रज़ा