जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का 2622वां जन्मकल्याणक महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
इस अवसर पर जैन मंदिरों में पूजा अर्चना कर भगवान महावीर के संदेश जियो और जीने दो के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।
इस उपलक्ष्य में जैन समाज द्वारा भव्य पालकी यात्रा भी निकाली गई। पालकी यात्रा श्री दिगंबर जैन सरागवाडा मंदिर से प्रारंभ होकर , जैन मंदिर जी बाहरा , जैन मंदिर जी कानूनगेयान , मेन बाजार , एमबीडी चौक होते हुए जैन मंदिर जी नेचलगढ़ में पहुंची। जहां इंद्रों ने भगवान महावीर का सहस्त्र कलशों से अभिषेक किया।
हिंदू मुस्लिम भाईचारा समिति की ओर से भाईचारा सम्मेलन का आयोजन
जैन समाज ने भव्य पालकी यात्रा निकालकर भगवान महावीर के संदेशों को घर-घर पहुंचाने का प्रयास किया
इससे पूर्व जैन मंदिर जी कानूनगेयान में कल सुबह जैन समाज द्वारा महावीर भगवान की वेदी पर चंदोआ चढ़ाकर , श्री जी का अभिषेक , भक्तांबर विधान एवं भगवान महावीर की विशेष पूजा अर्चना की गई और रात में मंदिर प्रांगण में महिलाओं द्वारा महावीर स्वामी जी की बाल नाटिका व मां त्रिशला के सोलह सपने दिखाई गए एवं बोलियों में भगवान का ख्वासी बनने का सौभाग्य श्रीपाल अतुल कुमार जैन व खजांची बनने का सौभाग्य श्री महिपाल अजय कुमार जैन , दाय इंद्र मुनेश कुमार अनमोल जैन , बाय इंद्र संदीप कुमार नमन जैन को प्राप्त हुआ।
छत्ता मस्जिद तक ले जाने वाली सड़क पर बिखरे कूड़े के फूल
अमन शास्त्री जी ने भगवान महावीर के जन्म पर प्रकाश डाला । समिति अध्यक्ष सुदेश जैन, महामंत्री प्रियांशु जैन, कोषाध्यक्ष मनेश जैन, विजेंदर जैन, अनुज जैन, अनिल जैन, अंकित जैन, शुभम जैन, डा. डीके जैन, पारुल जैन,रेखा जैन, अतुल जैन, संगीता जैन, अजय जैन, मोनिका जैन, पायल जैन, अंजली जैन, शिल्पी जैन, नितिका जैन, विकास जैन आदि रहे।
बधाई हो,,देवबन्द नगर मे तय्यार हो चुका है कूड़े का पहाड़
दो वारंटियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में किया पेश