श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी के दरबार पर लगने वाले मेले मे कोन चाट रहा है मलाई
ख़बरें हैं कि मेला कमेटी मे 30 लोगों को सदस्य बनाया गया है जिस मे एक मुर्तजा कुरेशी को भी कमेटी का नामित सदस्य बनाया गया है
- क्या भाजपा की योगी सरकार मे नगर पालिका की सफ़ाई वयवस्था पर बात करना अनर्गल टिप्पणी माना जाएगा
- अधिक रुपए मे खेल तमाशे का ठेका हुआ है..श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी कुंड की सफ़ाई नहीं...?
- 80 हजार मुसलामानों मे सिर्फ़ एक मेला कमेटी मे सदस्य.. क्या यही सबका साथ सबका विकास है...?
- अगर नगर पालिका का सफाई विभाग श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी कुंड की सफ़ाई नहीं कर सकता है तो इसमे 80% मुसलमानों का क्या दोष है उनसे हिन्दू क्युं ख़रीदारी नहीं करेंगे
- क्या फ्लाई ओवर के नीचे पिलर नंबर 20, 21, 22 के दर्शन मात्र से ही दूर हो जाएंग सारी समस्याएं...?
- मेला मैदान मे सफाई को लेकर बीते पूरे साल अमर अनशन और आत्मदाह करने की इच्छा रखने वाले वरिष्ट पत्रकार केसे हो गए गोबर और कीचड़ के पक्षधर..तो मलाई चाट कोन रहा है
देवबंद-- नगर पालिका के तत्वाधान मे श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी के दरबार पर लगने वाले मेले का आयोजन हर वर्ष किया जाता है कहा जा रहा है इस बार श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी के दरबार पर लगने वाला मेला भव्य और दिव्य होगा।
ठेकों मे धांधली की ख़बरों के बाद अब बात मलाई चाट और और कड़ी चावल तक आ पहुंची है तो मेला कमिटी के गठन को लेकर नगर में तरह-तरह की चर्चायें हो रही हैं भव्य और दिव्य मेले का सारा श्रेय मेला पंडाल को दिया जा रहा है कहा जा रहा है कि इस बार विश्व स्तरीय मेला पंडाल लगा है।
गोबर और कीचड़ मे दुकानदारों ने जी तोड़ मेहनत कर अपनी दुकाने तो सजा ली हैं मगर मेला मैदान मे नगर पालिका परिषद ने भूमि को स्वच्छ एवं बराबर करा कर क्यूं नहीं दी इसका कोई जवाब नहीं दिया गया है।
जवाब मिला है तो नगर पालिका परिषद की सफ़ाई व्यवस्था पर सवाल पूछने का कहा गया है कि (और हाँ जो लोग मेले को लेकर अनर्गल बाते कर रहे है वो ये बात न भूले कि वो कही न कही हमारी और जग की जननी माता श्री त्रिपुर बाला सुंदरी मेले के आयोजन पर टिप्पणी कर रहे है और जबान जरा भी फिसली तो उन्हे उनकी ओकात दिखा देंगे)
किसको ओकात दिखाने की बात कही जा रही है मुझे नहीं मालूम लेकिन मुझे ये अभी तक समझ नहीं आ रहा है कि नगर पालिका से सफ़ाई के संबंध में सवाल करना अनर्गल बातें केसे हो सकती हैं क्या योगी सरकार मे नगर पालिका की सफ़ाई वयवस्था पर बात करना अनर्गल टिप्पणी माना जाएगा।
सोशल मीडिया पर वायरल ख़बर के अनुसार 80% मुसलमानों ने ही श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी मेले मे दुखाने लगाई हैं वायरल ख़बर मे कहा गया है कि अगर मेले की व्यवस्थाओं पर प्रमुखता से बोला गया तो उसका नुकसान भी उन्हीं 80% मुसलमानों को होगा वायरल ख़बर मे कहा गया है कि (कहीं ऐसा ना हो की जिस मजहब का मेला है वह इन लोगों की बातों से खिन्न होकर मेले में खरीदारी ही ना करें)।
मुझे नहीं समझ अगर नगर पालिका का सफाई विभाग श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी कुंड की सफ़ाई नहीं कर सकता है तो इसमे 80% मुसलमानों का क्या दोष है उनसे हिन्दू क्युं ख़रीदारी नहीं करेंगे।